Minnat Shayari Hindi Mein – चमक ऐसी हासिल की है


चमक ऐसी हासिल की है दुनिया में आप ने
कि सूरज रोशनी के लिए मिन्नत करता है तेरी

Minnat Shayari Hindi Mein – चुपचाप देख रही हूँ तुम्हें

चुपचाप देख रही हूँ तुम्हें अपनी जिंदगी से निकलते हुए…….
न जाने क्यूँ मेरी खुद्दारी मुझे इजाज़त नहीं देती तुम्हारी मिन्नत करने की…….


Minnat Shayari Hindi Mein – वहशत में भी मिन्नत-कश-ए-सहरा नहीं

वहशत में भी मिन्नत-कश-ए-सहरा नहीं होते
कुछ लोग बिखर कर भी तमाशा नहीं होते

Minnat Shayari Hindi Mein – अब तुमपे किसी बात का

अब तुमपे किसी बात का भी होता नहीं असर,
मिन्नत करों सवाल करों इल्तिजा करों,


Minnat Shayari Hindi Mein – मज़ा तब है चमक ऐसी

मज़ा तब है चमक ऐसी हो हासिल तुझको दुनिया में….
कि सूरज रौशनी के वास्ते मिन्नत करे तेरी.


Minnat Shayari Hindi Mein – जो मन्नतों से मिल जाये

जो मन्नतों से मिल जाये वो रहमत से कम नहीं
और जो मिन्नतों पर मजबूर कर दे वो ज़िल्लत से कम नहीं