Allama Iqbal Shayari | Best Allama Iqbal Poetry


Allama Iqbal Shayari - Sau Sau Umeeden Bandhti Hai
सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई
Allama Iqbal Shayari – Sau Sau Umeeden Bandhti Hai

Allama Iqbal Shayari In Hindi

सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई

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मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन

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