
Allama Iqbal Shayari In Hindi
सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई
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मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन
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Read moreBest Love Shayari In Hindi
सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई
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मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन
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