Ajnabi Shayari Hindi Mein – अजनबी बन के हँसा करती


अजनबी बन के हँसा करती है
ज़िंदगी किस से वफ़ा करती है
क्या जलाऊँ मैं मोहब्बत के चराग़
एक आँधी सी चला करती है

Ajnabi Shayari Hindi Mein – साथ बिताए वो पल फिर

साथ बिताए वो पल फिर से भूल जाते है,
चल फिर से अजनबी होने का खेल दिखाते है


Ajnabi Shayari Hindi Mein – वजह पुछने का तो मौका

वजह पुछने का तो मौका ही कहाँ मिला?
वो लहजे बदलते गये और हम अजनबी बनते गये..

Ajnabi Shayari Hindi Mein – इस दुनिया मेँ अजनबी रहना

इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है
लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर


Ajnabi Shayari Hindi Mein – हमसे मत पूछिए जिंदगी के

हमसे मत पूछिए जिंदगी के बारे में,
अजनबी क्या जाने अजनबी के बारे में…!!!


Ajnabi Shayari Hindi Mein – हमसफ़र की तरह वो चला

हमसफ़र की तरह वो चला था मगर
रास्ते भर रहा अजनबी अजनबी