
Allama Iqbal Shayari In Hindi
सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई
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मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन
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Read moreBest Love Shayari In Hindi
सौ सौ उम्मीदें बंधती है इक इक निगाह पर
मुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई
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मन की दौलत हाथ आती है तो फिर जाती नहीं
तन की दौलत छाँव है आता है धन जाता है धन
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Read moreतुम दूर सही मजबूर सही ,
पर याद तुम्हारी आती है।
जब सांस वहां पर लेती हो ,
तो बदबू यहाँ तक आती है।
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तुम सदा हँसते रहो ,
मुस्कुराते रहो , खिलखिलाते रहो ,
खुश रहो ,सदा गुनगुनाते रहो
मेरा क्या है –
लोग तुम्हे ही पागल समझेंगे।
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करने को मेरा क़त्ल ये सामान बहुत है
Sanchit Pandey
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मैं समझा था तुम हो, तो किया और मांगू
मेरी जिंदगी में, मेरी आस तुम हो
ये दुनिया नहीं है, मेरे पास तो क्या
मेरा ये भरम था, मेरे पास तुम हो
तेरी आंखों की सहुलत हो मयस्सर जिस को
वह भला चांद सितारों को कहां देखेगा
हुस्न रुबरू हो और हुस्न भी तेरे जैसा
फिर कोई दिल के खसारों को कहां देखेगा
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हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर ग़ालिब,
ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे!
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Mirza Ghalib Shayari | मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी
मौत का एक दिन मुअय्यन है
नींद क्यूँ रात भर नहीं आती
तू नहीं और सही, और नहीं और सही
बड़ी लम्बी है ज़मीं, मिलेंगे लाख हसीं
सारी दुनिया में सनम तू अकेला ही नहीं
जाम आँखों के बहुत हैं, कहीं एक दौर सही
रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते,
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते.
गले मिलना ना मिलना तो तेरी मर्ज़ी है लेकिन
तेरे चेहरे से लगता है तेरा दिल कर रहा है
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