न दीद है न सुख़न अब न हर्फ़ है न पयाम
कोई भी हीला-ए-तस्कीं नहीं और आस बहुत है
उम्मीद-ए-यार नज़र का मिज़ाज दर्द का रंग
तुम आज कुछ भी न पूछो कि दिल उदास बहुत है
न दीद है न सुख़न अब न हर्फ़ है न पयाम
कोई भी हीला-ए-तस्कीं नहीं और आस बहुत है
उम्मीद-ए-यार नज़र का मिज़ाज दर्द का रंग
तुम आज कुछ भी न पूछो कि दिल उदास बहुत है