Religious Shayari – Dharmik Shayari Bhajan Vandana Religious Shayari 1 Comment हज़ारो ऐब है मुझमे, नहीं कोई हुनर बेशक.. मेरी खामी को आप मेरी ख़ूबी मे बदल देना.. मेरी हस्ती है एक खारे समुन्दर सी मेरे ‘चन्द्रप्रभु’.. अपनी रहमतो से इसको मीठी झील कर देना. देहरे वाले बाबा की जय….. चन्द्रप्रभु भगवान की जय…..