दुनियाँ में इतनी रस्में क्यों हैं,
प्यार अगर ज़िंदगी है तो इसमें कसमें क्यों हैं,
हमें बताता क्यों नहीं ये राज़ कोई,
दिल अगर अपना है तो किसी और के बस में क्यों है
Tag: 4 lines shayari in hindi font
Ameer Minai Sher O Shayari – Ulfat Mein Barabar Hai Wafa Ho Jafa Ho
उल्फत में बराबर है वफ़ा हो के जफ़ा हो
हर बात में लज्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो
आये जो मेरी लाश पे वो तंज़ से बोले
अब मैं हूँ खफा तुमसे के तुम मुझसे खफा हो
– अमीर मीनाई