चुपके से आकर दिल में उतर जाते हो ,
सासो में मेरी खुशबू बनकर बिखर जाते हो ,
कुछ यूं चला है तेरे इश्क़ का जादू ,
सोते जागते तुम ही नजर आते हो ।
चुपके से आकर दिल में उतर जाते हो ,
सासो में मेरी खुशबू बनकर बिखर जाते हो ,
कुछ यूं चला है तेरे इश्क़ का जादू ,
सोते जागते तुम ही नजर आते हो ।
उल्फत में बराबर है वफ़ा हो के जफ़ा हो
हर बात में लज्ज़त है अगर दिल में मज़ा हो
आये जो मेरी लाश पे वो तंज़ से बोले
अब मैं हूँ खफा तुमसे के तुम मुझसे खफा हो
– अमीर मीनाई