Jism Shayari Hindi Mein – माना राख हो जायेगाके जिस्म sds4u August 31, 2017 Uncategorized Comments माना राख हो जायेगा,के जिस्म मिटटी का है बना, अधूरे ख्वाहिशों की चादर मेरी रुह से लिपटी रहेगी सदा