Dard Bhari Shayari – जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है sds4u May 16, 2015 Uncategorized Comments जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ