बदलना आता नहीं हमको मौसम की तरह !
हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं……!!
न तुम समेट सकोगी जिसे क़यामत तक !
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते हैं !!
बदलना आता नहीं हमको मौसम की तरह !
हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं……!!
न तुम समेट सकोगी जिसे क़यामत तक !
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते हैं !!