ग़लत बातों को ख़ामोशी से सुनना हामी भर लेना
बहुत हैं फ़ाएदे इस में मगर अच्छा नहीं लगता
Month: August 2017
Zulf Shayari Hindi Mein – यूँ भी मिला है हुस्न
यूँ भी मिला है हुस्न का अंदाज़ इश्क़ में
बिखरी है उन की ज़ुल्फ़ परेशाँ हुआ हूँ मैं
Zakhm Shayari Hindi Mein – इल्ज़ाम तो हर हाल में
इल्ज़ाम तो हर हाल में काँटों पे लगेगा..
ये सोचकर कुछ फूल भी चुपचाप ज़ख्म दे जातें हैं.
Umeed Shayari Hindi Mein – हद से ज्यादा प्यार तुम
हद से ज्यादा प्यार तुम से है
मेरी हर उम्मीद तुम से है
मेरी जिन्दगी मे तुम ही तुम हो
मेरी हर सांस का रिश्ता बस तुम से है
Jism Shayari Hindi Mein – हमारे जिस्म को अब छोड़
हमारे जिस्म को अब छोड़ मेरी रूह ……
पुराना हो चूका ये पैरहन, अब तो बदल ही दे…
Jism Shayari Hindi Mein – माना राख हो जायेगाके जिस्म
माना राख हो जायेगा,के जिस्म मिटटी का है बना,
अधूरे ख्वाहिशों की चादर मेरी रुह से लिपटी रहेगी सदा
Ajnabi Shayari Hindi Mein – महफ़िलों में फिरता रहता हूँ
महफ़िलों में फिरता रहता हूँ अजनबी सा ।
तन्हाइयों में भी तन्हाईयाँ नसीब नहीं होती ।।
Zakhm Shayari Hindi Mein – किसी के ज़ख्म का मरहम
किसी के ज़ख्म का मरहम, किसी के ग़म का ईलाज
लोगो ने बाँट रखा है मुझे.. दवा की तरह
Sorry Shayari Hindi Mein – मजबूरियाँ हैं कुछ
मजबूरियाँ हैं कुछ
मेरी मैं बेवफा नहीँ,
सुन यह वक्त बेवफा
है मेंरी खता नही,.,!!
Umeed Shayari Hindi Mein – उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन
उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते , वादा तो किया होता