चलो अब जाने भी दो,
क्या करोगे दास्ताँ सुनकर!!
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं,
और बयाँ हम से होगा नहीं…
Month: November 2016
Good Night Shayari – ऐ पलक तू बंद हो जा
ऐ पलक तू बंद हो जा;
ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी;
इंतज़ार तो सुबह दोबारा शुरू होगा;
कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी!
Good Night Shayari – सो जा ऐ दिल कि अब
सो जा ऐ दिल कि अब धुन्ध बहुत है तेरे शहर में,
अपने दिखते नहीं और जो दिखते है वो अपने नहीं…।